Post July 18, 2022July 18, 2022ESSAY परब्रह्म श्रीकृष्णकी निजानंदात्मिका लीला एवं व्रजगोपांगनाओंका भक्तिरस By: Maitri Goswami दिव्याङ्गनावृन्दनिषेविताय स्मितप्रभाचारुमुखाम्बुजाय। त्रैलौक्यसम्मोहनसुन्दराय नमोऽस्तु गोपीजनवल्लभाय॥
Post July 14, 2022July 14, 2022ESSAY Parabrahaman Śrī Kṛṣṇa’s Innate Blissful Līlā, And Bhakti Rasa Of Vraja’s Gopijans By: Maitri Goswami दिव्याङ्गनावृन्दनिषेविताय स्मितप्रभाचारुमुखाम्बुजाय। त्रैलोक्यसम्मोहनसुन्दराय नमोऽस्तु गोपीजनवल्लभाय।।